दृष्टि बदले तो सृष्टि बदलते देर नही -हरिहर मुदगलजी

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दीपांशु शुक्ला जबलपुर । श्री बांके बिहारी सेवा समिति के तत्वावधान में विवेकानंद वार्ड स्थित मधुवन कॉलोनी,लहरी बाबा आश्रम के निकट चल रही संगीतमय श्रीमद् भागवत महापुराण ज्ञान यज्ञ के दूसरे दिन वृंदावन श्री धाम से पधारे हरीहर मुदगलजी महाराज ने व्यास पीठ की पूजन अर्चन पश्चात कथा प्रारंभ की। महाराज श्री ने कहा भक्ति के कई प्रकार होते हैं लेकिन मानसिक भक्ति सबसे श्रेष्ठ है।संत महात्मा के उपदेश और धर्म ग्रंथ ही हमारे मन को सुन्दर बनाते हैं।जो भगवत भक्ति में आपको लगाए वही सच्चा संत हैं। उन्होंने कहा कि जब तक जीवन है तब तक कथा सुनते रहना चाहिए। यदि दृष्टि बदल गई तो सृष्टि बदलने में देर नहीं लगती।

कथा प्रारंभ के पूर्व श्रीमती किरण सैनी ने व्यास पीठ का पूजन अर्चन किया। पंडित संजय शास्त्री के मंत्रोच्चारण से सारा वातावरण गुंजायमान हो गया। बांके बिहारी सेवा समिति की अध्यक्ष श्रीमती ललिता देवी ने बताया कि श्री बांके बिहारी सेवा समिति द्वारा 108 श्रीमद् भागवत कथा के संकल्प के तहत यह 14 वीं कथा मधुवन कॉलोनी लहरी बाबा आश्रम के पास ऊखरी रोड मधुवन पार्क में आयोजित की जा रही है इस दौरान रनजीत सिंह चौहान, डॉ अरुण मिश्रा, जोगेंद्र ठाकुर, प्रमोद सेन, अतुल तिवारी, विजय तिवारी, नितिन नेमा, अतुल तिवारी, मनीष साहू, पार्षद सोनिया रंजीत सिंह, शिवानी साहू, किरण तिवारी, रानी यादव, मुन्नी दहिया, रानू रैकवार, रागिनी तिवारी, सुमन तिवारी, सुषमा पटेल, प्रीति वाजपेई की उपस्थित उल्लेखनीय रही।

 


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