अब व्हाट्सएप में मेसेज कर बुला सकेंगे 108 एबुलेंस 

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जबलपुर :आपात स्थिति में मरीज को अस्पताल पहुंचाने के लिए 108 एबुलेंस सेवा बुलाने पर ज्यादा इंतजार नहीं करना होगा। अब वाट्स ऐप नबर 6269685935 पर भी बुकिंग होगी। मैसेज डालने पर कुछ जानकारी मांगी जाएगी। इसमें मरीज का नाम, उम्र, इमरजेंसी, पुरुष या महिला, लोकेशन की जानकारी शामिल है। इंटीग्रेटेड कॉल सेंटर में वाट्सऐप नंबर पर आ रहे संदेशों पर ऑपरेटर्स नजर रखेंगे। वे पास की 108 एबुलेंस को स्पॉट पर पहुंचाएंगे। यानी रेस्पांस टाइम बेहतर हो जाएगा।

*इन्हें मिलेगी सुविधा*

● गर्भवती महिलाओं और 5 वर्ष की उम्र के बच्चों के लिए
● आयुष्मान कार्ड धारकों को
● मोतियाबिंद संबंधित जांच व ऑपरेशन के लिए
● 18 वर्ष तक के बच्चों के लिए (डिजीज, डिफेक्टिव/ डिसेबिलिटी, डिफिसिएंसी और डिविलेपमेंटल डिले की जांच)

*व्हाट्सएप पहले से भी कराई जा सकेगी बुक*

सामान्यत: गर्भवती महिलाओं को चिकित्सकों की ओर से डिलेवरी की संभावित तारीख पहले से बता दी जाती है। ऐसे में निर्धारित तारीख पर महिला को अस्पताल पहुंचाने पहले से भी बुकिंग कराई जा सकेगी। जिससे महिला को लेबर पेन के दौरान एबुलेंस के आने ज्यादा इंतजार न करना पड़े।

*व्हाट्सएप घर पहुंचाने भी बुलाई जा सकेगी*

अस्पताल से मरीज को घर ले जाने के लिए एबुलेंस बुलाने पर निजी एबुलेंस संचालक मनमाना किराया मांगते हैं। कई बार तो मरीज और उनके परिजन मांगे गए किराया के भुगतान में सक्षम भी नहीं होते। इसे देखते हुए 108 एबुलेंस की सुविधा में ये भी जोड़ा गया है कि मरीज को अस्पताल से छुट्टी होने पर घर पहुंचाने के लिए एबुलेंस बुलाई जा सकेगी।

*इन बीमारियों में भी*

बुखार उल्टी या दस्त लगना, चक्कर आना, पेट दर्द, लू लगना, शरीर दर्द, खुजली, त्वचा रोग, सड़क दुर्घटना, मिर्गी के दौरे, शुगर चेक, सीने में दर्द, हार्ट अटैक, मशीन से चोट, किसी जहरीले जीव, जानवर के काटने पर एबुलेंस बुलाई जा सकेगी। इसके साथ ही सांस लेने में दिक्कत, दम घुटना, मानसिक अस्वस्थता, पानी में डूबना, रोड एक्सीडेंट, बर्न (व्यक्ति का जलना), अधिक दवा का सेवन, लकवा लगना, मानसिक दौरा, यूरिनन संबंधी समस्या और अन्य सभी मेडिकल सबंधित समस्या के लिए आप 108 पर कॉल कर एबुलेंस सुविधा प्राप्त कर सकते हैं।तरुण सिंह परिहार, सीनियर मैनेजर ने बताया कि 108 एबुलेंस वाट्सऐप के माध्यम से बुकिंग कराने पर स्थल तक पहुंचाने की सुविधा शुरू की गई है। इसके साथ ही मरीज की आवश्यकता पर अस्पताल से छुट्टी होने पर भी उन्हें घर तक पहुंचाया जाएगा। इस सेवा में कुछ और नई सुविधाएं जोड़ी गई हैं।

 

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