मेडिकल कॉलेज की सुरक्षा को लेकर हुई उच्‍च स्‍तरीय बैठक,स्‍थाई पुलिस चौकी की स्‍थापना का प्रस्‍ताव तैयार

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जबलपुर,आर जी कर मेडिकल कॉलेज कोलकाता में हुई घटना को देखते हुये संभागायुक्त अभय वर्मा की अध्यक्षता में आज नेताजी सुभाष चन्द्र बोस मेडिकल कॉलेज में संपन्न हुई उच्चस्तरीय बैठक में अस्पताल की अंदरूनी और बाह्य सुरक्षा को सुदृढ बनाने कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये। इन निर्णयों में मेडिकल कॉलेज परिसर में पुलिस सहायता केंद्र के स्थान पर पुलिस चौकी की स्थापना का प्रस्‍ताव तैयार करने और सीसीटीव्ही कैमरों की लाइव तस्वीरों की मॉनिटरिंग के लिये कंट्रोल सेंटर बनाना प्रमुख है। इसके साथ ही अस्पताल में पर्याप्त संख्या में सुरक्षा गार्ड की तैनाती, सुरक्षा कर्मियों का प्रशिक्षण और उनका फिजिकल व्हेरीफिकेशन करने का निर्णय भी बैठक में लिया गया।

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अस्पताल की मौजूदा सुरक्षा की गई समीक्षा

मेडिकल कॉलेज के डीन कार्यालय में आयोजित इस बैठक में अस्पताल की मौजूदा सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा भी की गई, इसे और मजबूत बनाने के उपायों पर विस्‍तार से विचार विमर्श किया गया और इसमें कॉलेज के छात्र प्रतिनिधियों के सुझाव भी लिये गये।

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ये रहे उपस्थित 

बैठक में उप पुलिस महानिरीक्षक टी के विद्यार्थी, कलेक्टर दीपक सक्सेना, नगर निगम आयुक्त श्रीमती प्रीति यादव, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक  सोनाक्षी सक्सेना एवं समर वर्मा, मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ नवनीत सक्सेना एवं अधीक्षक डॉ अरविंद शर्माप, राज्य कैंसर संस्थान की अधीक्षक डॉ लक्ष्मी सिंगोतिया तथा मेडिकल कॉलेज के चिकित्सा छात्रों के प्रतिनिधि भी मौजूद थे ।

संभागायुक्‍त  वर्मा ने दिए ये निर्देश 

संभागायुक्‍त श्री वर्मा ने बैठक में मेडिकल कॉलेज में महिला पीजी चिकित्‍सकों, नर्सिंग स्‍टाफ और महिला कर्मियों की सुरक्षा के मद्देनजर सभी जरूरी उपाय अपनाने के निर्देश दिये। उन्‍होंने मेडिकल कॉलेज के डीन को सुरक्षा आवश्‍यकता को देखते हुये अस्‍पताल परिसर में पुलिस चौकी की स्‍थापना का प्रस्‍ताव तैयार करने की जिम्‍मेदारी दी। संभागायुक्‍त ने अस्‍पताल परिसर में नये सीसीटीव्‍ही कैमरे लगाने तथा पुराने और बंद हो चुके सीसीटीव्‍ही कैमरो के स्‍थान पर नाईट विजन कैमरे लगवाने कहा। उन्‍होंने कहा कि सीसीटीव्‍ही कैमरे उन सभी स्‍थानों पर लगाये जाये जो सुरक्षा की दृष्टि से संवेदनशील है। श्री वर्मा ने सीसीटीव्‍ही कैमरो की लाइव तस्‍वीरों की मॉनि‍टरिंग के लिए केन्‍द्रीयकृत कंट्रोल सेंटर शीघ्र स्‍थापित करने के निर्देश भी दिये।बैठक में मेडिकल कॉलेज के गर्ल्‍स हॉस्‍टल से अस्‍पताल मार्ग पर भी सीसीटीव्‍ही कैमरे लगाने कहा गया। अस्‍पताल में तैनात सभी सुरक्षा गार्डों का पुलिस व्‍हेरीफिकेशन कराने का निर्णय लिया गया। सुरक्षा गार्डो की फिजिकल फिटनेस की जांच करने का फैसला लिया गया, ताकि यह देखा जा सके कि वे सुरक्षा गार्ड बनने के योग्‍य हैं अथवा नहीं। सुरक्षा गार्डो का समय-समय पर प्रशिक्षण आयोजित करने तथा नये सुरक्षा कर्मियों की नियुक्ति में पूर्व सैनिकों को प्राथमिकता देने की बात कही गई। सुरक्षा कर्मियों को वॉकीटॉकी जैसे संचार के साधन उपलब्‍ध कराने का सुझाव दिया। बैठक में मेडिकल कॉलेज के विस्‍तृत परिसर को देखते हुये पेट्रोलिंग पार्टी और इसके लिये वाहन की आवश्‍यकता भी बताई गई।संभागायुक्‍त श्री वर्मा ने बैठक में सुरक्षा के मद्देनजर मेडिकल कॉलेज परिसर के भीतर हुए अतिक्रमणों को शीघ्र हटाने के निर्देश दिये। उन्‍होंने कहा कि परिसर के भीतर हुए अतिक्रमणों को हटाने के बाद मेडिकल कॉलेज के मुख्‍य द्वार के बाहर हुए अतिक्रमणों को हटाने की कार्यवाही की जाये। श्री वर्मा ने मेडिकल कॉलेज परिसर के भीतर स्‍थित रैन बसेरा पर स्‍थाई रूप से कब्‍जा कर रहने वाले लोगों को चिंहित कर उन्‍हें भी बाहर करने के निर्देश दिये।बैठक में मेडिकल कॉलेज परिसर के प्रवेश द्वारा और अस्‍पताल में प्रवेश द्वार पर तैनात सुरक्षा कर्मियों को ब्रेथ एनालाइंजर उपलब्‍ध कराने का सुझाव दिया गया। मेडिकल कॉलेज के कम्‍पलेंट बॉक्‍स रखने का निर्णय भी लिया गया, ताकि अस्‍पताल की महिलाकर्मी उनके साथ पुरूषकर्मियों या अन्‍य द्वारा किये गये दुर्व्‍यवहार की शिकायत कर सके। यदि पुरूषकर्मियों का व्‍यवहार ठीक नहीं है तो इस बारे में भी महिलाकर्मियों एवं महिला छात्र चिकित्‍सकों से फीडबैक लेने की बात कही गई और इसके लिए महिला चिकित्‍सा अधिकारियों एवं महिलाकर्मियों की एक समिति बनाने के निर्देश दिये गये। बैठक में मरीजों के साथ आये परिजनों के अस्‍पताल में प्रवेश को सीमित करने का निर्णय भी लिया गया। इसके साथ ही बेवजह शोर-शराबा करने वाले मरीजों और उनके अटेंडर्स पर नजर रखने की आवश्‍यकता बताई गई।

 

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