मुलताई में किराए के घर में रहने वाले युवक के खाते से 3 लाख करोड़ का लेनदेन

इस ख़बर को शेयर करें

राजेश मदान (बैतूल ):जिले का मुलताई शहर इनकम टैक्स के एक नोटिस से हैरान है 314 करोड़ इनकम टैक्स भरने का यह नोटिस यहां के ड्रीमलैंड सिटी में किराए का मकान लेकर रहने वाले चंद्रशेखर पंडित राव कोहाड़ को मिला है।

4 साल पहले नागपुर की श्रीनाथ मंगलम बैंक में खुलवाए खाते में 3 लाख करोड़ का लेनदेन 

युवक का कहना है बैंक खाते से मोबाइल नंबर लिंक नहीं होने के कारण ट्रांजैक्शन का पता नहीं लगा जबकि आयकर विभाग ने मुलताई नगर पालिका को पत्र भेज कर चंद्रशेखर की संपत्ति की जानकारी मांगी है जो पता आयकर विभाग के पत्र में लिखा है वहां चंद्रशेखर के नाम से कोई संपत्ति नहीं है यह जानकारी नगर पालिका आयकर विभाग महाराष्ट्र को भेजने वाली है।प्रभारी सीएमओ जी आर देशमुख ने बताया महाराष्ट्र आयकर विभाग ने अंबेडकर वार्ड निवासी चंद्रशेखर पंडितराव कोहाड़ के नाम पर दर्ज संपत्ति का पता लगाने के लिए नगर पालिका में पत्र भेजा है। तीन दिन पहले आयकर विभाग से आए पत्र के बाद हमने चंद्रशेखर की संपत्ति का पता लगाया है। आयकर विभाग ने जो पता भेजा है उसे पते पर चंद्रशेखर नाम से नगर पालिका के कर पंजी में कोई भी संपत्ति दर्ज नहीं है इस संबंध में आयकर विभाग को जानकारी भेजी जा रही है।

चार साल पहले नागपुर में काम करने के दौरान श्रीनाथ मंगलम बैंक में खोला था खाता

चंद्रशेखर ने बताया उसे दो बार 314 करोड़ की वसूली का नोटिस मिला है पिछले साल दिसंबर महीने में नोटिस मिला था अब दोबारा नोटिस मिला है उसके खाते से 3 लाख करोड रुपए से ज्यादा का लेनदेन हुआ है। ऐसा उन्हें नोटिस मिला है चंद्रशेखर ने बताया वह ड्रीमलैंड सिटी में किराए के मकान में रहता है और ठेका लेकर मकान बनाने का काम करता है। उसने कहा जितनी राशि वसूली का नोटिस आया है उतनी राशि तो उसने कभी देखी ही नहीं उसके साथ धोखाधड़ी हुई है। चंद्रशेखर ने बताया वह 4 साल पहले नागपुर में रहकर काम करता था इस दौरान उसने निजी बैंक श्रीनाथ मंगलम में खाता खोला था जिससे वह रोज दो से तीन सौ रुपए खुद या एजेंट के माध्यम से जमा करता था। खाते से बैंक मैनेजर सहित अन्य लोगों ने 3 लाख करोड रुपए से ज्यादा का लेन देन किया है। खाता मोबाइल से लिंक नहीं था जिससे उसे खाते में हो रहे लेन देन का पता नहीं चला।एक साल पहले भी उसे इनकम टैक्स से नोटिस आया था। इस साल भी उसे नोटिस आया है। चंद्रशेखर ने बताया नोटिस का जवाब देने के लिए नागपुर के इनकम टैक्स कार्यालय जाएगा और अधिकारियों को पूरी सच्चाई बतायेगा।


इस ख़बर को शेयर करें