नागदेवता को दूध अर्पित कर की गई पूजा अर्चना, भक्तो ने आरती उतार सुख समृद्धि की कामना
सुग्रीव यादव स्लीमनाबाद- श्री हरि की शय्या बने,रहते प्रभु के संग। सकल धरा ले शीश पर,देखें जग के रंग।नीलकंठ से लिपट कर,करें सुशोभित अंग।पूज्य जगत में हैं तभी,शंकर सहित भुजंग। इन दोहावली के बीच शुक्रवार को शिव वास योग, साध्य योग ओर सिद्ध योग के पावन संयोग पर लोगो ने नागपंचमी का पर्व हर्षोल्लास पूर्वक मनाया।शुक्रवार को विशेष योग पर अलसुबह लोग स्नान कर मंदिरों व शिवालयों मैं जाकर भगवान को दूध अर्पित किया।साथ ही घरो व खेतो मैं भी पहुँचकर नाग देवता को दूध अर्पित कर पूजा अर्चना की गई।कही कटोरी तो कही दोना मैं दूध चढ़ाया गया।
नागपंचमी के पावन अवसर पर दिनभर मंदिरों मैं विविध धार्मिक कार्यक्रम आयोजित हुए।
कुआँ शेषनाग मंदिर मे हुई विशेष पूजा अर्चना
नागपंचमी के अवसर पर जिले के इकलौते शेषनाग मंदिर कुआँ मैं विशेष पूजा अर्चना की गई।पुजारी राममिलन नायक के द्वारा विशेष पूजा अर्चना करवाई गई।पूजा अर्चना उपरांत श्रद्धालुओं ने अपनी मन्नतों को लेकर मत्था टेका।
साथ ही पूजा अर्चना कर सुख समृद्धि की कामना की।
काल सर्प दोष निवारण के लिए भी बड़ी संख्या मे लोग पहुँचे।
शिवालयों मैं उमड़ी भीड़-
नागपंचमी के अवसर पर बड़ी संख्या मे लोग भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना करने शिवालयो मे पहुँचे।बहोरीबंद के प्रसिद्ध रुपनाथ धाम मैं महादेव का जलाभिषेक कर नागदेवता की भी पूजा अर्चना की गई।स्लीमनाबाद के सिंहवाहिनी मंदिर ,बाबा गढ़ धाम ,कौड़िया स्थित श्रीराम जानकी मंदिर,खिरहनी स्थित जगदीश धाम मैं भी पूजा अर्चना करने लोग पहुँचे।हरिदास ब्रजधाम कोहका मै विशाल भंडारा आयोजित हुआ!सुबह से लेकर शाम तक धार्मिक कार्यक्रमो का सिलसिला चलता रहा।