चार माह की योग निद्रा से जागेंगे श्रीहरि विष्णु, घर-घर होगा तुलसी-शालिग्राम विवाहोत्सव
सुग्रीव यादव स्लीमनाबाद- कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी के दिन चार माह के विश्राम के बाद भगवान श्री हरि निद्रा से जागेंगे। देवउठनी एकादशी 12 नवंबर को मनाई जाएगी। इस दिन लोग घरों में भगवान सत्यनारायण की कथा सुनने के साथ ही तुलसी-शालिग्राम के विवाह पूजन भी करेंगे। देवों के जागने के साथ ही मांगलिक कार्यों पर लगा विराम भी हट जाएगा और शादी विवाह भी शुरू हो जाएंगे।
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विशेष मुहूर्त में होगा पूजन, देवालयों में होंगी विशेष महाआरती–
पंडित दिलीप पौराणिक ने बताया कि देवउठनी एकादशी को प्रबोधनी एकादशी, दवोत्थानी एकादशी भी कहा जाता है।
सनातन धर्म मे देवोत्थान एकादशी तिथि का विशेष महत्व है।
यह दिन जगत के पालनहार भगवान विष्णु को समर्पित होता है।देवउठनी एकादशी पर भगवान विष्णु क्षीर सागर मैं नीद से जागृत होते है।इस बार देवउठनी एकादशी पर सर्वार्थ सिद्धि,रवि व हर्षल योग का संयोग बन रहा है। इस दिन पूर्वा भाद्रपद और उतराभाद्रपद नक्षत्र पूरे दिन रात रहेगा। चन्द्र देव मीन राशि में विराजमान रहेंगे। इन योग में लक्ष्मी नारायण की पूजा करने से साधक को अक्षय फल की प्राप्ति होगी।साथ ही वैवाहिक कार्यों की भी शुरुआत हो जाएगी। इसके साथ ही इस दिन से सभी प्रकार के शुभ मांगलिक कार्य नींव पूजन ,गृह प्रवेश यज्ञोपवीत संस्कार,मुंडन, विवाह तथा सभी प्रकार के अन्य शुभ मांगलिक कार्य धनु सक्रांति लगने से पूर्व आनंद से संपन्न किया जा सकते हैं, इस बार धनु संक्रांति 15 दिसंबर को होगी। जिससे एक महीने मलमास में सभी मांगलिक कार्य बंद रहेंगे!
देवउठनी एकादशी का महत्व-
पंडित रमाकांत पौराणिक ने बताया कि आषाढ़ मास की देवशयनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु चार माह के लिए योग निद्रा में चले जाते हैं व देवउठनी एकादशी को योग निद्रा से जागते है।पूरे साल में आने वाली एकादशियों में देवउठनी एकादशी को श्रेष्ठ माना गया है। इस दिन से मांगलिक कार्य शुरू हो जाते हैं। इस दिन तुलसी विवाह कराना शुभ होता है।
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मंदिरों व घरो मैं बनेंगे गन्ने के मंडप-
देवउठनी एकादशी पर घर-घर गन्ने के मंडप बनाकर तुलसी शालिग्राम विवाह का पूजन होगा।घरो के अलावा मंदिरों मैं भी विशेष पूजन होगा व तुलसी विवाह की बारात भी निकाली जाएगी।स्लीमनाबाद स्थित रसिक बिहारी जू मंदिर मे तुलसी-शालिग्राम विवाहोत्सव कार्यक्रम होगा।जहां सिंहवाहिनी महिला मंडल के द्वारा विशेष कार्यक्रम किया जाएगा।
इसके साथ हरिदास ब्रजधाम कोहका,जगदीश धाम खिरहनी,कौड़िया स्थित श्रीराम जानकी मंदिर मे भी विविध कार्यक्रम आयोजित होंगे।
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