
बहोरीबंद विकासखंड मे 100 महिलाये तैयार करेंगी बागवानी, मिलेगा अनुदान
सुग्रीव यादव स्लीमनाबाद : महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त व आत्मनिर्भर बनाने की दिशा मे राज्य सरकार के द्वारा नई पहल की जा रही है!एक बगिया माँ के नाम नामक परियोजना के तहत 15 अगस्त से पौधेरोपण कार्य की शुरूआती होगी!इस परियोजना का उद्देश्य स्व सहायता समूहों की महिलाओं को उनके निजी भूमि पर फलोउद्यान बगिया स्थापित कर स्वरोजगार से जोड़ना है!स्व सहायता समूह की महिलाओं को इस नई योजना की जानकारी से अवगत कराने आजीविका मिशन के द्वारा एक दिवसीय प्रशिक्षण बहोरीबंद मे आयोजित किया गया!आजीविका मिशन के विकासखंड प्रबंधक उभय श्रीवास्तव ने स्व सहायता समूह की महिलाओं को प्रशिक्षण देते हुए बतलाया कि बहोरीबंद विकासखंड से 100 महिलाओं को इस अभियान मे जोड़ना है!परियोजना के तहत चयनित महिला हितग्राहियो का चयन एक बगिया माँ के नाम अभियान के नाम नामक विशेष एप के माध्यम से किया जायेगा!मनरेगा परिषद द्वारा इस एप का निर्माण किया गया है!यदि महिला के नाम पर भूमि नहीं है तों पति, पिता, ससुर या पुत्र की सहमति से उनकी भूमि पर बगिया विकसित की जा सकेगी!इनके निजी भूखंडो पर फलदार पौधे लगाए जायेंगे!साथ ही पौधो की सुरक्षा, सिंचाई ओर देखरेख के लिए जरूरी संसाधन जैसे खाद, तारबंदी ओर 50 हजार लीटर क्षमता वाले जल कुंड के लिए भी सहायता दी जाएगी!
ऐसे चलेगी प्रक्रिया
वहीं जनपद सीईओ अभिषेक कुमार ने बताया कि परियोजना के तहत 15 जुलाई तक हितग्राहियो का चयन पूर्ण किया जायेगा!25 जुलाई तक भूमि का निरीक्षण, सत्यापन ओर स्वीकृति, 14 अगस्त फेसिंग एवं गड्ढा खुदाई की तैयारी ओर 15 अगस्त से 15 सितंबर तक पौधेरोपण का कार्य चलेगा!
बहोरीबंद विकासखंड से 100 महिलाओं का चयन किया जायेगा!चयन के बाद उन्हें दो बार वार्षिक प्रशिक्षण भी दिया जायेगा!ताकि वें पौधो की देखरेख, जैविक खाद, कीटनाशक ओर अंतरवर्तीय फसलों की जानकारी प्राप्त कर सके!
परियोजना का लाभ लेने के लिए हितग्राही महिला के पास न्यूनतम 0.5एकड़ ओर अधिकतम 1 एकड़ भूमि होना अनिर्वाय है!प्रत्येक 25 एकड़ पर एक कृषि सखी की नियुक्ति की जाएगी जो तकनीकी मार्गदर्शन प्रदान करेगी!परियोजना की पारदर्शिता बनाये रखने के लिए पौधेरोपण कार्य की निगरानी ड्रोन व सेटेलाइट इमेजिंग से की जाएगी!इसके लिए एक विशेष डेशबोर्ड भी तैयार किया जा रहा है!
प्रदर्शन के आधार राज्य सरकार द्वारा पुरस्कृत किया जायेगा!
एक बगिया माँ के नाम योजना न केवल पर्यावरण संरक्षण की दिशा मे अहम कदम होगी बल्कि महिला सशक्तिकरण ओर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी नई दिशा देगी!
इस दौरान एपीओ मूलचंद सिंगरोरे,सहायक यंत्री अरविंद पटेल,उपयंत्री सुशील साहू उपस्थित रहे!
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