धान की खेती से लहलहाएंगे खेत, खेतों मै रोपाई कार्य मै जुटे किसान
सुग्रीव यादव स्लीमनाबाद :जिले मै हाल ही मै झमाझम बारिश देखने को मिली!बारिश थमने के बाद किसान खेतों मै जुट गये है!अच्छी फसल के लिए जतन कर रहे है!धान रोपाई का कार्य युद्धस्तर पर शुरू हो गया है!इस बार जिले के अधिकतर हिस्सों में अच्छी बारिश हुई है। हालांकि कई जगह ज्यादा बारिश होने से किसानों के खेतों में जलभराव भी हो गया था। इससे किसान चिंतित थे, लेकिन अब बारिश बंद होने के बाद किसानों को प्रर्याप्त मौका मिल गया है। वे खेतों में अपने फसलों में खाद का छिडक़ाव कर बेहतर उत्पादन के लिए तैयार कर रहे हैं।
30 हैक्टेयर है खरीफ सीजन का लक्ष्य
कृषि विभाग के द्वारा बहोरीबंद विकासखंड मै इस बार खरीफ सीजन का लक्ष्य 30 हजार हैक्टेयर निर्धारित किया गया है!
जिसमें अच्छी बारिश हो जाने से 25 हजार हैक्टेयर मै धान रोपाई कार्य होगा!2-2 हजार हैक्टेयर मै अरहर व तिल साथ ही 1-1 हजार हैक्टेयर मै वर्षा कालीन मूंग-उडद फसल शामिल है!
कृषि विभाग का अमला खेतों मै पहुंच किसानों को कर रहा जागरूक
अच्छी बारिश होने के बाद धान रोपाई का कार्य चल रहा है!
ऐसे कृषि विभाग का अमला भी खेतों मै पहुंच किसानों को रोपाई कार्य सहित आवश्यक जानकारियाँ दे रहा है!
सघन हार -खार भ्रमण के दौरान वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी आर के चतुर्वेदी ग्राम सिदुरसी, नीमखेड़ा, कुआँ, जुजावल पहुंचकर रोपा लगाने वाले किसान एवं कुशल श्रमिकों की फील्ड संगोष्ठी आयोजित की गईं!जिसमें धान रोपा पद्द्ति की मेडागास्कर पद्द्ति की उन्नत कृषि तकनीक से अवगत कराया गया!एसएडीओ आर के चतुर्वेदी ने मौक़े पर ही खेतों मै जाकर धान रोपा लगाकर विधि बतलाई!
साथ ही कृषको को कृषि उत्पादन दोगुना करने तथा खेती को लाभ का धंधा बनाने की सलाह देते हुए उन्नत बीज, बीज उपचार, संतुलित खाद प्रयोग, सघन चलाई सिंचाई व पौध संरक्षण कार्यक्रम समयबद्द तरीके से अपनाने की बात समझाई!साथ ही कहा कि खेत की तैयारी मै संतुलित खाद डीएपी या सिंगल सुपर फास्फेट के साथ प्रति एकड़ 15 किलो पोटाश एवं 5 से 10 किलो सल्फर खाद का प्रयोग अनिर्वाय करें!रोपा लगाने के बाद अधिकतम 72 घंटे के पहले पाइराजोसल्यूशन इथाइल नामक खरपतवार नाशी 80 ग्राम को रेत या यूरिया खाद मै मिलाकर प्रयोग करें!रोपा लगाने के 8 से 10 दिन बाद 20 किलो यूरिया तथा 10 किलो सगरिका प्रति एकड़ प्रयोग से पौध ग्रोथ की स्थिति अच्छी रहती है!इसके अलावा अन्य ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियो ने भी खेतों मै जाकर किसानों को आवश्यक जानकारियां उपलब्ध कराई!