भगवान श्रीकृष्ण के जन्म लेते ही खुशी मैं थिरके श्रद्धालु
सुग्रीव यादव स्लीमनाबाद : हरिदास महाराज मंदिर कोहका मैं इन दिनों सप्ताह ज्ञान यज्ञ चल रहा हैं।जिसमे श्रीमद्भागवत कथा चल रही हैं।कथा का वाचन पंडित रमाकांत पौराणिक के मुखारविंद से की जा रही हैं।कथा के चौथे दिवस शुक्रवार को भगवान श्रीकृष्ण के जन्म एवं बाल लीलाओं की कथा सुनाई गई। कथावाचक रमाकांत पौराणिक ने बताया कि भगवान कृष्ण बाल्यावस्था में अपने बाल लीलाओं से मानव कल्याण के लिए राक्षसों का उद्धार किया। भगवान श्री कृष्ण ने पूतना राक्षसी का सर्वप्रथम स्तनपान किया, फिर विषपान और फिर दुग्ध पान किया और अंत में उसके प्राण का प्राण पान किया। इस दिन कृष्ण जन्मोत्सव प्रसंग धूमधाम से मनाया। पंडाल में मौजूद श्रद्धालु कृष्ण जन्म पर झूम उठे और हर कोई भक्ति में लीन दिखाई दिया। भगवान श्री कृष्ण के जन्म पर महिलाओं ने जमकर नृत्य करते हुए बधाई गीत गाए। नंद के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल के जयकारे गूंज उठे। कथा व्यास ने कहा कि जो लोग धन, पद, बल व अधिकारों का दिखावा और दुरूपयोग करते हैं, वे लोग धूर्त और नफरत के पात्र बन जाते हैं और जो लोग दया, धर्म, परोपकार व सेवा के मार्ग को अपना लेते हैं, उन्हें निश्चित सदगति की प्राप्ति होती है। अंत में आरती कर प्रसाद वितरण किया गया।इस दौरान डॉ दिलीप त्रिपाठी,जिला पंचायत सदस्य पंडित प्रदीप त्रिपाठी,महेंद्र दुबे,संजय दुबे,बी के दुबे, अनुराग मिश्रा,गिरजा यादव, पल्लू यादव, राजेंद्र हल्दकार, राहुल यादव, सुरेंद्र यादव सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।