धड़ल्ले से हो रहा जिले से बाहर भूसा का परिवहन
सुग्रीव यादव स्लीमनाबाद- जिले मे भूसा चारा का संकट न उतपन्न हो इसके लिए जिले के कलेक्टर के द्वारा जिले मे भूसा,चारा,वरसीन के निर्यात पर हर वर्ष प्रतिबंध लगाया जाता है।लेकिन इस वर्ष अभी तक जिले मैं प्रतिबंधात्मक आदेश जारी नही हुआ है जिससे धड़ल्ले से जिले के बाहर भूसा का परिवहन हो रहा है।प्रतिदिन स्लीमनाबाद व बहोरीबंद के रास्ते ट्रालियों व ट्रकों मैं भूसा का निर्यात खुलेआम हो रहा है।वही जिम्मेदार अधिकारी भी प्रतिबंधात्मक आदेश जारी होने का इंतजार कर रहे है।लेकिन प्रतिबंधात्मक आदेश जारी न होने से पुलिसकर्मियों के लिए कमाई का बढ़िया जरिया बन गया है।पुलिस कर्मी कारवाई न कर अपनी जेब भर भूसा के वाहनों को जाने दे रहे है।स्लीमनाबाद व बहोरीबंद क्षेत्र से प्रतिदिन सैकड़ो वाहनों जबलपुर परियट जा रहे है।
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महंगे दामों मैं भूसा खरीदने की बनेगी मजबूरी_
गौरतलब है कि रबी सीजन की प्रमुख फसल गेंहू की कटाई_मिसाई का कार्य अंतिम दौर पर चल रहा है। क्षेत्र का भूसा बाहर जाने से आने वाले दिनों में किल्लत होगी और फिर पशुपालकों को महंगे दामों पर भूसा खरीदने की मजबूरी होगी। भूसा व्यापारियों द्वारा अभी चार सौ से पांच सौ रुपए क्विंटल में भूसा खरीदा जा रहा है।कुछ यहीं स्टॉक कर रहे हैं, तो कुछ पनागर, परियट व जबलपुर के अलावा आदि जगहों पर महंगे दामों पर भूसा बेच भेज रहे हैं। दूसरी जगह भूसा भेजे जाने से कुछ दिनों बाद ही भूसा की किल्लत शुरू हो जाती है और फिर पशुपालकों को सात से आठ सौ रुपए क्विंटल भूसा खरीदना पड़ता है या फिर मिलता ही नहीं है। इस ओर अधिकारियों द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा है।जबकि पिछले वर्ष कलेक्टर द्वारा क्षेत्र का भूसा दूसरे जिलों व राज्यो में भेजे जाने पर रोक भी लगाई गई थी।लेकिन इस वर्ष अभी तक आदेश जारी नहीं किया गया है।जिसका लाभ व्यापारी उठा रहे हैं।भूसा से लोड ट्रालियां रातों मैं परियट व जबलपुर के लिए क्षेत्र से निकलती है।पशुपालको का कहना था कि हर वर्ष भूसा का संकट आ जाता है और दाम इतने ज्यादा हो जाते हैं कि भूसा खरीदना मुश्किल हो जाता है।यदि क्षेत्र का भूसा बाहर न भेजा जाए, तो पर्याप्त मात्रा में सस्ते दामों पर पशुपालकों को भूसा मिलता रहेगा।क्योंकि वर्तमान समय मैं गेंहू की 60 फीसदी कटाई हार्वेस्टर से हो जाती है।शेष 40 फीसदी कटाई ही मजदूरों व कृषक स्वयं करते है।जिससे पहले से ही भूसा की कमी रहती है साथ बाहर विक्रय होने से और कमी आ जाती है।
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इनका कहना है- राकेश चौरसिया एसडीएम बहोरीबंद
अभी इस संबंध में कोई आदेश कलेक्टर के द्वारा जारी हुआ है या नही इसका अवलोकन किया जाएगा।
आदेश यदि नहीं आया है और आदेश आता है तो भूसा बाहर जाने से रोका जाएगा।
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