किसानों को मौसम बदलाव से सताने लगी चिंता, बारिश हुई तो पिछड़ जाएगा गेंहू का बोवनी कार्य

सुग्रीव यादव स्लीमनाबाद: रबी सीजन कृषि कार्य चल रहा है।लेकिन रविवार से फिर मौसम मैं हुए बदलाव से किसानों की चिंता कम होने का नाम नही ले रही है।रविवार को आसमान मैं बादल छाए रहे।जिससे किसानों के माथे पर फिर चिंता सताने लगी ।यदि बारिश हुई तो फिर खेत गीले हो जाएंगे और बोवनी कार्य पिछड़ जाएगा।क्योंकि किसानों का कहना था कि धान कटाई का कार्य कुछ लेट हुआ!
फिर पलेवा कार्य के लिए बिजली का संकट ओर बोवनी के लिए डीएपी खाद न मिलने से लेटलतीफी हुई!
40 फीसदी ही हुआ है बोवनी कार्य
कृषि विभाग के द्वारा बहोरीबंद विकासखण्ड मैं 28 हजार हैक्टेयर मैं रबी सीजन का लक्ष्य निर्धारण किया गया था।जिसमें 18 हजार हैक्टेयर मैं गेंहू बोवनी का लक्ष्य था।
कृषक पवन यादव,रामनारायण यादव,भागचंद कुशवाहा, सुनील हळदकार ने बताया कि गेंहू की बोवनी 25 नवंबर तक हो जानी चाहिए।जिससे गेंहू की बोवनी समय पर पक जाती है।जिससे ग्रीष्मकालीन खेती का कार्य भी हो जाता है।
लेकिन डीएपी खाद न मिलने के अभाव मै बोवनी कार्य मै लेटलतीफी हो रही है।नवंबर माह समाप्ति की ओर है!अभी भी बहोरीबंद विकासखण्ड मैं लक्ष्य के मुताबिक 40 फीसदी ही गेंहू का बोवनी कार्य हुआ हैयदि आगामी सप्ताह भर मौसम साफ रहा आये व बारिश न हो तो 15 दिसम्बर तक शत प्रतिशत बोवनी का कार्य पूर्ण हो जाएगा।लेकिन यदि बारिश हुई तो फिर बोवनी कार्य और पिछड़ जाएगा ।फिर 25 दिसम्बर तक बोवनी हो पाएगी।ऐसे मैं किसान फिर ग्रीष्मकालीन खेती नही कर पाएंगे।
धान कटाई कार्य भी पिछड़ा
दीपावली के समय हुई बारिश से धान की कटाई का कार्य पिछड़ गया!क्योंकि बारिश होने से खेतों मै जलभराव हो गया!
जिससे धान कटाई कार्य पिछड़ गया!धान की फसल पककर लेट तैयार हुई, जिसके बाद अब धान कटाई कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है!वही बहोरीबंद के कुछेक क्षेत्रों मे ज्यादा जलभराव की स्थिति मे किसान स्वयं धान की फसल की कटाई कर रहे है!क्योंकि जलभराव की स्थिति मै हार्वेस्टर कटाई नहीं कर रहे है, न ही मजदूर मिल रहे है!
इनका कहना है– अमर सिंह एमा एसएडीओ बहोरीबंद
यह सही है कि मौसम बदलाव हुआ है, यदि बारिश हुई तो फिर रबी सीजन की प्रमुख फसल गेंहू की बोवनी का कार्य पिछड़ जायेगा।
वहीं जो गेंहूँ की बोवनी हो चुकी है उसके लिए वह अमृत के समान है।
15 दिसम्बर तक लक्ष्य के मुताबिक बोवनी कार्य पूर्ण हो जाएगा।
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