14 परीक्षा केंद्रों मैं आयोजित होगी 10 वी व 12 वी की बोर्ड परीक्षा
सुग्रीव यादव स्लीमनाबाद_ मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल यानि एमपी बोर्ड की परीक्षाएं 25 फरवरी से प्रारंभ हो रहीं हैं। बोर्ड की 10वीं कक्षा की परीक्षा 27 फरवरी से और 12वीं की परीक्षा 25 फरवरी से शुरू होगी।बहोरीबंद विकासखंड मैं इसके लिए 14 परीक्षा केंद्र बनाए गए है।जिसमे कक्षा 10 वी मैं सरकारी स्कूल के 1978 तो 12 वी मैं 1332परीक्षार्थी शामिल होंगे।बोर्ड परीक्षा को सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई है।10 वीं बोर्ड की परीक्षा 27 फ़रवरी से 19 मार्च तक ओर 12 वीं की परीक्षा 25 फ़रवरी से 25 मार्च तक आयोजित होंगी!
क्यूआर कोड स्कैन करते ही परीक्षार्थी के सामने होगी डिटेल
बहोरीबंद विकासखंड शिक्षा अधिकारी अशोक झारिया ने जानकारी देते हुए बताया कि बोर्ड परीक्षा देने वाले परीक्षार्थियों को इस बार खास सावधानी बरतनी होगी। परीक्षा देते समय परीक्षार्थी को यह ध्यान रखना होगा कि नकल सहित इस बार परीक्षा अवधि में किसी प्रकार की गड़बड़ी नहीं हो। इस बार की परीक्षाओं में नियमों में बदलाव के साथ सख्ती भी की गई है। इसमें गड़बड़ी की संभावना नहीं हो इसके लिए प्रवेश पत्र पर ही क्यूआर कोड डाला गया है। जिसे स्कैन करते हुए परीक्षार्थी की पूरी डिटेल सामने होगी।
विभाग के अलावा प्रशासन भी परीक्षाओं पर निगाह रखेगा। वही संवेदनशील व अति संवेदनशील केंद्रों की वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी। इसके अलावा नकल करने वालों पर भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए प्लाइंग स्क्वाड के दल गठित किए गए हैं जो बनाए गए केंद्रों पर औचक निरीक्षण लगातार परीक्षा के दौरान करेंगे।संवेदनशील व अति संवेदनशील केंद्रों की वीडियोग्राफी कराई जाएगी। गणित, अंग्रेजी, फिजिक्स, केमिस्ट्री जैसे कठिन माने जाने वाले पेपर में परीक्षा केंद्रों पर वीडियोग्राफी के साथ विशेष एप से खास ध्यान रखा जाएगा। कठिन पेपर में नकल जैसी संभावनाएं अधिक रहती है। इस कारण अधिक ध्यान दिया जाएगा।
प्रश्नपत्र पुलिस थानों से कलेक्टर के प्रतिनिधि की उपस्थिति में ही निकाले जाएंगे। उन्हें भी प्रशिक्षण दिया जा चुका है। प्रश्न पत्रों का लिफाफा परीक्षा कक्ष में ही खोला जाएगा।
एमपी बोर्ड परीक्षा के विद्यार्थियों को दिए जाने वाले प्रवेश पत्र में क्यूआर कोड लगाए जाएंगे! ताकी स्कैन करते ही विद्यार्थियों के नाम, फोटो, माता पिता व स्कूल का नाम, पंजीयन नंबर सहित पूरी जानकारी सामने आ जाएगी। जिससे फर्जी परीक्षार्थियों की पहचान आसानी से हो सकेगी। इससे वास्तविक विद्यार्थी की जगह दूसरा फर्जी विद्यार्थी नहीं बैठ सकेगा। बोर्ड परीक्षा के दौरान केंद्र पर हर एक विद्यार्थी पर हर तरह से नजर रखी जाएगी।