क्या होती है शनि की साढ़ेसाती और कैसे कम किया जाए शनि के प्रकोप को
ज्योतिषाचार्य निधिराज त्रिपाठी अनुसार——-यदि हम आपसे ऐसा कहें कि, आप पर शनि की साढ़ेसाती चलती है तो यकीनन आप भयभीत हो उठेंगे**। आपको डर लग जाएगा क्योंकि शनि की साढ़ेसाती अपने आप में एक ऐसा शब्द है जिससे कोई भी इंसान अपने जीवन में सुनना नहीं चाहता है। हालाँकि हकीकत यही है कि, हर व्यक्ति को अपने जीवन में एक न एक बार शनि की साढ़ेसाती की स्थिति से गुजरना ही पड़ता है। यहाँ पर शनि से भयभीत होने की आवश्यकता नहीं है आवश्यकता है यह समझने की शनि की साढ़ेसाती क्या होती है और शनि के प्रकोप को कैसे कम किया जाए।
शनि की साढ़ेसाती असल में शनि का गोचर होता है। साढ़ेसाती के कुल तीन चरण बताए गए हैं। अलग-अलग राशियों पर इन चरणों का अलग-अलग प्रभाव देखने को मिलता है। ऐसे में लोगों के मन में यह बात घर कर चुकी है कि शनि की साढ़ेसाती हमेशा कष्टकारी ही होती है हालांकि ऐसा नहीं होता है। जिन व्यक्तियों की कुंडली में अच्छे योग मौजूद होते हैं उनके लिए शनि की साढ़ेसाती भी जीवन में खुशियों की वजह बन सकती है।
हाँ लेकिन जिन व्यक्तियों की कुंडली में शुभ योग नहीं मौजूद होते हैं तो कभी कभार शनि की साढ़ेसाती से ऐसे व्यक्तियों को जीवन में तमाम तरह की परेशानियां उठानी पड़ सकती है।
मेरे बताएं यह उपाय हर किसी के ऊपर लागू नहीं होते हैं सबसे पहले कुंडली का निरीक्षण कर ले और जब आपकी कुंडली अनुकूल हो तो ही मेरे बताएं उपाय आप अपनाएंl
लोगों की इसी दुविधा और परेशानी को ध्यान में रखते हुए ज्योतिष के जानकारों में शनि ग्रह के अनुसार कुछ ऐसे बेहद ही सरल और सटीक उपाय बताए हैं जिन्हें करने से व्यक्ति को जीवन में शनि के प्रकोप से बचने में मदद प्राप्त होती है। जानकारी के लिए बता दें कि इस वक्त धनु, मकर और कुंभ राशि की साढ़ेसाती चल रही है।
तो आइए जानते हैं आज शनिवार के दिन किन उपायों को करके आप शनिदेव की प्रसन्नता हासिल कर सकते हैं और साथ ही यदि आपके जीवन में शनि की साढ़ेसाती या शनि की ढैया चल रही है तो उससे भी बचा या फिर उसके प्रभाव को कम किया जा सकता है। यदि आप घर बैठे जानना चाहते हैं कि, कहीं आपके जीवन में भी तो शनि की साढ़ेसाती नहीं चल रही है तो, आप शनि की साढ़े साती के विषय में जानने के लिए आप हमें कॉल कर सकते हैं और मेरे बताएं यह उपाय हर किसी के ऊपर लागू नहीं होते हैं सबसे पहले कुंडली का निरीक्षण कर ले और जब आपकी कुंडली अनुकूल हो तो ही मेरे बताएं उपाय आप अपनाएंl
जहां आमतौर पर लोग शनिदेव का नाम सुनते ही डर जाते हैं असल में शनि देव को समझे तो समझ में आता है कि शनिदेव व्यक्ति को उसके कर्मों के आधार पर फल देते हैं। यानी कि यदि आपके कर्म अच्छे हैं तो आपको फल भी अच्छा ही मिलेगा।
महीने के आखिरी शनिवार के दिन आप किसी शनि मंदिर में जाकर शनिदेव की प्रसन्नता हासिल करने के लिए विधि पूर्वक पूजा आदि कर सकते हैं।
इसके अलावा एक सबसे सरल उपाय यह किया जा सकता है कि आप अपने कर्मों को हमेशा अच्छा रखे क्योंकि अच्छे कर्म करने वालों को शनि देव हमेशा शुभ परिणाम देते हैं।
इसके अलावा आप शनिवार के दिन शनि मंदिर में जाकर शनिदेव पर सरसों का तेल चढ़ाएं।
जरूरतमंदों को काली उड़द दाल का दान करें।
इसके अलावा गरीब और लोगों को काले रंग के कपड़े और काले रंग के कंबल आदि दान करें।
यदि आप चाहे तो किसी व्यक्ति को काले रंग का छाता भी दान कर सकते हैं।
शनिवार के दिन बीमार लोगों को दवा और अन्य ज़रूरी चीज़ का दान करें।
इसके अलावा हमेशा अपने जीवन में परिश्रमी लोगों की और हर बड़े बुजुर्गों की इज्जत करें।
**लेकिन, यदि आपके मन में कोई और दुविधा है या इस संदर्भ में आप और ज्यादा विस्तृत जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं ज्योतिष व वास्तु के लिए सम्पर्क करे* **ज्योतिषचार्य निधिराज त्रिपाठी** अगर आपको ग्रह दशा के बारे में जानकारी चाहिए तो आप हमें +91-9302409892 पर कॉल करें। या आप हमें
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ज्योतिष शास्त्र के अनुसार देखा जाए तो हर व्यक्ति का जन्म होते ही वह अपने प्रारब्ध के चक्र से बंध जाता है और ज्योतिषशास्त्र द्वारा निर्मित जन्म कुंडली हमारे इसी प्रारब्ध को प्रकट करती है। हमारे जीवन में सभी घटनाएं बारह राशि व नवग्रह द्वारा ही संचालित होती हैं। इन ग्रहों का आपके जीवन पर आने वाले समय में कैसा प्रभाव पड़ेगा इसके बारे में विस्तृत जवाब जानने के लिए अभी आप भी कर्ज़ की समस्या से परेशान हैं, और उससे जुड़ा कोई व्यक्तिगत उपाय, निवारण जानना चाहते हों या इससे जुड़े किसी सवाल का जवाब चाहिए हो तो
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