नाजायज अतिक्रमणों ने घेरे सरकारी स्कूल,अतिक्रमण से हलाकान स्कूल औऱ अधिकारी मौन,शालाओं के आसपास अतिक्रमण को मौन स्वीकृति

जबलपुर :देश इस साल अपना 74 वां गणतंत्र दिवस मनाने जा रहा है. 1950 में जब भारत का संविधान लागू किया गया था, तो उसी दिन से हर साल 26 जनवरी को इस दिवस को मनाने की शुरुआत हुई थी.लेकिन अभी भी स्कूल अतिक्रमण की समस्या से झूझ रहे हैं।अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संगठन के जिला अध्यक्ष दिलीप सिंह ठाकुर के अनुसार शासकीय शालायों के आसपास नायजाज अतिक्रमण होने के कारण विद्यालय के छात्र- छात्राओं में भय का वातावरण बना हुआ है।आवंछनीय तवत डेरा डाले हुए रहते है छीटाकशी तो आम बात हो गयी अब तो मर्यादा लाँघ रहें है। जिम्मेदार मौन है सब कुछ जानते हुए भी छुटभइये नेताओं के चमचों से डर कर कोई कार्यवाही नहीं करना चाहते।

स्कूलों के आसपास चायपान आदि के टपरे 

मध्यप्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संगठन के जिला अध्यक्ष दिलीप सिंह ठाकुर के अनुसार नगर निगम सीमा के अनेक स्कूलों के आसपास चायपान आदि के टपरों की बाड़ लगीं है । जिसके कारण छात्राओं को शाला में आने जाने के समय कुछ असामाजिक तत्वों के द्वारा परेशान किया जाता है जिससे शाला में उनकी उपस्थिति पर प्रभाव पड़ता है एवं कुछ छात्राओं को तो भय के कारणों से आगे की पढ़ाई तक छोड़ना पड़ती है। अतः स्थानीय प्रशासन एवं नगर निगम प्रशासन से मांग है कि ऐसी शालाओं को चिन्हित कर वहां के आसपास चायपान टपरों आदि का अतिक्रमण हटा कर पेड़ पौधे लगाकर फैंसिंग करें ताकि दुबारा ऐसे अतिक्रमण ना हो, छात्र छात्रा भयमुक्त वातावरण में प्रतिदिन शतप्रतिशत उपस्थिति के साथ शाला आ सकें।मध्यप्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संगठन के दिलीप सिंह ठाकुर, पुष्पा रघुवंशी,चंद्रभान साहू,अरविन्द विश्वकर्मा,चंदा सोनी,ऋषि पाठक, राकेश मून, भास्कर गुप्ता,गीता कोल, राजेश्वरी दुबे,अफ़रोज़ खान,अर्चना भट्ट, सरोज कोल, विश्वनाथ सिंह, आकाश भील,अजब सिंह, रामदयाल उइके, रामकिशोर इपचे, माया सोयाम, नितिन तिवारी, धर्मेंद्र परिहार, ब्रजवती आर्मो, पूर्णिमा बेन, भागीरथ परसते, इमरत सेन, धर्मेंद्र अवस्थी, गंगाराम साहू, भोगीराम चौकसे,अंजनी उपाध्याय, राशिद अली, जी आर झारिया, सुरेंद्र जायसवाल, माया सोयाम, सुमिता इंगले इत्यादि ने उचित दिशा में निर्णय लेने को कहा है।

 

 

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