माइनर नहर का कराया गया मरम्मतीकरण,मौके स्थल पर पहुँचा जल संसाधन विभाग का अमला

कटनी/स्लीमनाबाद(सुग्रीव यादव): बहोरीबन्द विकासखण्ड क्षेत्र के राम पाटन जलाशय से निकली माइनर नहर के फूट जाने से खेतों मैं उपजी जलभराव की समस्या से निजात दिलाने मंगलवार को जल संसाधन विभाग का अमला पहुँचा।जहां फूटी माइनर के मरम्मतीकरण का कार्य शुरू कराया गया।मरम्मतीकरण के दौरान जलाशय से पानी का बहाव बन्द किया गया जो मिट्टी टूटी थी उसका भराव कर बंद किया गया।
श्रमिको को मरम्मतीकरण कार्य पर लगाया माइनर नहर के टूटे स्थल पर दिनभर मरम्मतीकरण का कार्य चला।
हालांकि किसानों का कहना था कि सोमवार को माइनर फूटने से खेतों मैं हुए जलभराव से खेत गीले हो गए है।रबी सीजन की बोवनी के लिए खेत तैयार करने अब समय लग जायेगा।जिस कारण बोवनी का समय व्यतीत हो जाएगा।जिस कारण गेंहू की बोवनी बहुत पिछड जाएगी।
पौष मास चल रहा है ,गेंहू की बोवनी अगहन मास मैं हो जानी चाहिए।
लेकिन पूर्व मैं भी नहर टूटने से जलभराव की समस्या हुई जिस कारण लगातार बोवनी कार्य पिछड़ा।
किसान प्रकाश पटेल,प्राण सिंह पटेल,करण पटेल,गोपाल पटेल,सुरेंद्र पटेल,रोहणी पटेल,चंद्रभान पटेल, प्रताप पटेल,जगन्नाथ पटेल ने बताया कि 70 से 80 वर्ष पुराना रामपाटन जलाशय है उसी समय माइनर नहर निर्मित हुई थी।तब से लेकर अब तक न तो जलाशय का न ही नहर का मरम्मतीकरण कराया गया।जिस कारण जगह जगह नहर जर्जर अवस्था मे है।
नहर के मरम्मतीकरण को लेकर जल संसाधन विभाग के द्वारा कोई ध्यान नही दिया जा रहा है।जिस कारण किसानों को समस्या उठानी पड़ रही है।
नहर फुट जाने से 20 से 25 एकड़ भूमि पर जल भराव की स्थिति उतपन्न हुई।
जिसके बाद जल संसाधन विभाग की उपयंत्री सीमा चौहान उक्त स्थल पहुँची और टूटे हुए स्थल पर श्रमिकों के माध्यम से मरम्मतीकरण कार्य कराया।
उपयंत्री सीमा चौहान का कहना था कि हाल ही मैं उपजी समस्या से निजात दिलाने मरम्मतीकरण कराया गया है।बुधवार से नहर मैं जलाशय से पानी छोड़ा जाएगा।साथ ही टूटे स्थल पर मरम्मतीकरण की मजबूती के लिए काली मिट्टी डलवाई जाएगी इसके लिए आगामी दो तीन दिनों मैं जेसीबी मशीन लगाकर कार्य किया जाएगा।
नहर का समुचित तरीके से मरम्मतीकरण हो इसके लिए प्रस्ताव बनाकर शासन स्तर को भेजा जाएगा।

 

 

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