जबलपुरजरा हटकेमध्य प्रदेश

सिहोरा की सिंघुली में कागजों में हो रही सफाई



जबलपुर/सिहोरा :सरकार के स्वच्छता अभियान की कुछ पंचायतों में जमकर धज्जियां उड़ाई जा रहीं हैं, कहने को तो यहां पर एक स्वीपर लगा हुआ है जिसे 4500 रुपये साफ सफाई के नाम पर पँचायत द्वारा  दिए जा रहे हैं, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही ,बाजार परिसर को छोड़कर गांव में न तो पँचायत द्वारा कभी झाड़ू लगावई गई न ही नालियों की सफाई करवाई जाती है।

जहाँ बाजार वहां की सफाई बाकी राम भरोसे 

नाम न बताने की शर्त पर ग्रामीणों ने बताया की सिंघुली ग्राम में जहां पर सप्ताहिक बाजार लगती है ,सिर्फ उसी जगह  पर ही पँचायत द्वारा सफाई करवाई जाती है ,जबकि उससे चंद कदम पर सफाई व्यवस्था चौपट है, स्कूल के अगल बगल तो कभी भी सफाई नहीँ होती ,इतना ही नहीँ पुराने यात्री प्रतीक्षालय में तो गंदगी का अंबार लगा हुआ है,

कचरा घर से नहीं उठता कचरा 

इतना ही नहीं बाजार के समीप बने कचरा घर के निर्माण के बाद ग्रामीणों द्वारा कचरा- कचरा घर मे डाल दिया गया स्तिथि यह है की कचरा घर ओभर हो गया लेकिन  पँचायत द्वारा कचरा घर के कचरे को अलग नहीँ करवाया गया।जिसके कारण स्वच्छता अभियान के तहत बनाया गया कचरा घर कचरे में तब्दील हो गया है।

इनका कहना है, ग्राम में सफाई के लिए स्वीपर लगा हुआ है जिसे 4500 रुपये का भुगतान भी हर महीने किया जाता है, सफाई हो रही है,

ग्राम सचिव ,सुनील भगवानी

 

 

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