रक्षाबंधन:खुशियों के त्यौहार में महंगाई की मार,बहनों ने बांधी भाई की कलाई में राखी
जबलपुर:भाई बहन का पवित्र पर्व रक्षा बंधन आज पूरे जिले भर में बड़े ही उत्साह के साथ मनाया गया,एक तरफ देखा जाए तो सावन जहाँ भक्ति भावना, पर्यावरण उल्लास और हर-हर महादेव की विशेष उपासना के लिए जाना जाता है वही यह माह भाई बहन के अटूट प्यार और विश्वास के लिए भी हमारे समाज में जाना पहचाना जाता रहा है। आज भले ही हम यंत्रवत हो गये हों, लेकिन ‘ज्यादा दिन नहीं हुए जब हम डिजिटल युग में नहीं थे, गांव-गांव-शहर शहर में भाई बहन इस महीने की बेसब्री से प्रतीक्षा करते थे।
आज बहनों ने अपने भाईयों की लम्बी आयु की कामना को लेकर उन्हें रक्षा सूत्र बांधा। भाईयो ने भी इस मौके पर जिंदगी भर अपनी बहन की रक्षा करने का वचन दिया हिन्दू धर्मावलम्बियों का प्रमुख त्यौहारों में से एक भाई- बहन के पवित्र रिश्ते का प्रतीत यह पर्व पूरी श्रद्धा और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। महंगाई की मार के बावजूद दुकानों में ग्राहकों की भारी भीड़ नजर आई। वहीं बारिश ने थोड़ा ‘खलल डाला। लेकिन इसका बहनों के उत्साह पर कोई असर नहीं पडा़।
पंडित ज्योतिषाचार्य निधिराज त्रिपाठी ने बताया कि धर्म ग्रंथों में यह स्पष्ट है कि रक्षा कवच बांधने की प्रथा शुरूआत महाराजा इंद्र की पत्नी ने की थी, जब देव और दानवों के बीच युद्ध चल रहा था, तब इंद्राणी ने अपने पति इंद्र की विजय कामना के लिए देव गुरु बृहस्पति द्वारा दिया गया रक्षा सूत्र चावल एवं सरसो को उनके दाहिने हाथ में बांधकर रक्षा और विजय की कामना की थी जिससे वह शत्रुओं पर विजय प्राप्त कर सकें शास्त्रों में कई ऐसे प्रसंग हैं जहां गुरु शिष्य को बहन भाई को भक्त भगवान को रक्षा सूत्र बांधते हैं यह सूत्र दोनों के प्रेम को जोड़े रखने का एक माध्यम है,बसों में रही भीड़* रक्षाबंधन त्योहार के मद्देनजर बसो में काफी भीड़ भाड़ देखी गई जिसके कारण यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा रक्षाबंधन पर घर जाने वाले लोग बसों में भीड़ भाड़ के चलते परेशान होते देखे गए सिहोरा से ग्रामीण क्षेत्र के परिवहन साधन संचालकों द्वारा मौके का जमकर फायदा भी उठाया गया वही तिपहिया वाहनों में 10 से 15 सवारी तक कूट-कूट कर भरी गई।
*आसमान छूते मिठाई के दाम*
रक्षाबंधन के चलते नगर की मिठाई दुकानों में भारी भीड़ रही ।महंगाई का असर मिठाइयों पर देखने को मिला औसतन 20% तक बढ़ोतरी मिठाई में दर्ज की गई जिसके कारण बहिनो को अल्प मात्रा में ही मिष्ठान क्रय कर काम चलाना पड़ा ।मिष्ठान विक्रेताओं का कहना है कि दूध की खोवा सहित अन्य चीजों के दाम बढ़ने का सीधा असर मिष्ठान पर पड़ा है।
*मनपसंद राखियों की भरमार*
बाजार में सभी वर्गों की लोगों ने अपनी पसंद के अनुसार राखी खरीदी बहनों ने विशेष अपनी रूचि के अनुसार फिल्मी एवं कार्टून करैक्टर वाली राखी खरीदी तो वहीं महिलाओं ने अपने भाइयों के लिए पतली डोरी छोटी राखी व फैंसी जातियों को ही चुना वही ट्रेडिशनल लुक वाली गाड़ियां जिसमें शंकर रुद्राक्ष सहित पूजन सामग्रियों से बनी राखियां भी बहुतायत में खरीदी गई।