तीन गुना ब्याज लेने के बाद भी सूदखोर मांग रहा था तीन लाख,तीन महीने की फरारी के बाद भेजा गया जेल
जबलपुर:1 लाख रुपये के तीन गुना से भी ज्यादा रकम लेने के बाद भी सूदखोर की लालच कम नहीँ हुई ,सूदखोर द्वारा 3 लाख रुपये लेने की और मांग की जा रही थी ऐसी स्तिथि में सूदखोर से परेसान पीड़ित ने पुलिस की सहायता ली और पुलिस ने आरोपी सूदखोर के खिलाफ मामला दर्ज कर मामले की जांच सुरु कर दी थी ,आरोपी सूदखोर तीन माह से फरार चल रहा था जिसे 14 सितंबर को गिरफ्तार कर लिया गया है।
यह है पूरा मामला
थाना प्रभारी रांझी नीलेश कुमार दोहरे ने बताया कि श्रीमति चौती बाई उम्र 60 वर्ष निवासी सुभाष नगर कंचनपुर अधारताल ने लिखित शिकायत की थी कि वह फैक्ट्री से रिटायर्ड कर्मचारी है । 31 जुलाई 2021 को फैक्ट्री से रिटायर्मेन्ट होना था किन्तु उसका पैसा नही निकला था और उसेे लोगों को पार्टी देनी थी उसके पास पैसे नही थे इसलिये उसने संदीप दाहिया के घर सुभाष नगर नई बस्ती जाकर 1 लाख रुपये 10 प्रतिशत ब्याज से उधार लिये थे जिसके 6 माह तक नियमित ब्याज प्रतिमाह 10 हजार रु. दिये थे फिर रिटायरमेंट की राशि खाते में आने पर उसनेे एक लाख रूपये वापस कर दिया था संदीप ने लिखा पढी करवाई थी, जब लिखा पढी वापस मांगी तो कहने लगा की दो लाख और दो तो उसने दो लाख रु. और दे दिए किन्तु संदीप लिखा पढी के कागज वापस न करते हुये उसे परेशान एवं प्रताडित कर रहा है। संदीप एवं बबलू दाहिया दोनों कहते हैं कि 3 माह का ब्याज नही दिया है इसलिए उसमें ब्याज जुडकर अब तीन लाख हो गया है। संदीप कई लोगों को ब्याज से पैसे देता है और कई गुना राशि वसूल करता है । संदीप एवं बबलू दाहिया ने मानेगांव में रहने वाली मुन्नी बाई भुमिया एवं उसकी देवरानी कल्लू बाई को भी 10 प्रतिशत ब्याज से राशि दिया है और कई गुना राशि वह इन लोगों से भी वसूल चुका है उन्हें भी संदीप परेशान कर रहा है । उससे राशि उधार देते समय स्टांम्प में कुछ लिखाकर दस्तखत भी करा लिया है एवं स्टांप वापस न करते हुये अधिक रूपयों की मांग कर रहा है। शिकायत पर दिनॉक 9-6-23 को धारा 384 भादवि का अपराध पंजीबद्ध कर आरोपी संदीप दाहिया की पूर्व में प्रकरण मे गिरफ्तारी की गयी थी। आरोपी बबलू उर्फ संजय दहिया फरार था।
भेजा गया जेल
वहीं दिनॉक 14-9-23 को विश्वसनीय मुखबिर की सूचना पर दबिश देते हुये संजय उर्फ बबलू दाहिय उम्र 21 वर्ष निवासी नई बस्ती झण्डा चौक रांझी को अभिरक्षा में लेते हुये प्रकरण में विधिवत गिरफ्तार कर मान्नीय न्यायालय के समक्ष पेश करते हुये न्यायिक अभिरक्षा मे जेल भेज दिया गया।