पीएम आवास बनाने मे हितग्राहियों का छूट रहा पसीना

कटनी/स्लीमनाबाद(सुग्रीव यादव); हर गरीब को पक्की छत मिले इस सपने के साथ केंद्र सरकार के द्वारा पीएम आवास योजना चला रही है।लेकिन अब बढ़ती महंगाई के कारण गरीबों के लिए पक्के मकान का सपना मुश्किल होता नजर आ रहा है।महंगाई के चलते ग्रामीण अंचलों मैं पीएम आवास बनाने के लिए हितग्राहियों को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।

महंगाई के दौर मे वर्तमान मे योजना की निर्धारित राशि कम पड़ रही है जिससे दो कमरे बनाना भी मुश्किल हो रहा है। ग्रामीण क्षेत्र में दो कमरा बनाने के लिए 1 लाख 20 हजार रुपए की राशि दी जाती है। साथ ही 17 हजार 300 रुपए मनरेगा के तहत मजदूरी मिलती है यानि कुल राशि 1 लाख 37 हजार 300 रुपए है। इतनी कम राशि में लोगों को मकान बनाना मुश्किल हो रहा है। साथ ही कुछ हितग्राही ऐसे हैं, जिनके पास स्वयं की पूंजी भी नहीं है, जिससे मकान अधूरे भी पड़े हैं।जबकि शहरी क्षेत्र में यह राशि 2 लाख 50 हजार रुपए है और इतनी राशि भी मकान तैयार करने के लिए पर्याप्त नहीं है। वर्तमान में लोहा 6हजार रुपए क्विंटल है, सीमेंट की बोरी 350 रुपए,ईट 8 हजार रुपये प्रति ट्राली व रेता 6 हजार रुपये ट्राली व गिट्टी 4 हजार रुपये ट्राली मिल रही है।
जिसका आलम वर्तमान मे बहोरीबंद विकासखण्ड मैं देखने को मिल रहा है।वर्ष 2015-16 मैं शुरू हुई पीएम आवास योजना से लेकर अब तक 6 वर्ष मैं बहोरीबन्द विकासखण्ड को 21 हजार 521 पीएम आवासों का लक्ष्य मिला जिसके परिणाम स्वरूप 18 हजार 383 आवास पूर्ण हो गए।अब भी 3138 पीएम आवास नही बने हुए है।
जबकि 2021-22 का ही लक्ष्य 3294 है।

अधिकारी कर रहे सतत निरीक्षण –
पीएम आवासों का निर्माण कार्य हर हितग्राही करें व शत प्रतिशत लक्ष्य को पूर्ण किया जा सके इसके लिए प्रधानमंत्री आवास योजना के ब्लॉक समन्वयक, जनपद सीईओ सहित एसडीएम निरीक्षण कर मॉनिटरिंग कर रहे है।लेकिन समझाइश तक कि अधिकारियों की बात सीमित रह जाती है।

गांव और शहर में होनी चाहिए राशि बराबर-
ग्राम पंचायत किवलरहा के ग्राम बसेड़ी के पीएम आवास हितग्राही शेख लाल बर्मन,श्यामले बर्मन,मटवारा के रामलाल चक्रवर्ती, रघुवीर विश्वकर्मा, अंनत लाल कोल ने बताया कि गांव और शहर में पीएम आवास योजना के तहत अलग-अलग राशि दी जा रही है। जबकि निर्माण सामग्री के दाम तो एक जैसे ही हैं। इतनी कम राशि में मकान बनाने में हितग्राहियों को परेशानी हो रही है। जिन हितग्राहियों के पास खुद की कुछ पूंजी है वह तो मकान बना लेते हैं, लेकिन जिनके पास पूंजी नहीं है उन्हें मकान तैयार करने में परेशानी आ रही है।
दो कमरे बनाने मे वर्तमान मे 2 लाख रुपये की लागत आ रही है।

4 किस्तों में मिलता है पीएम आवास की राशि-
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत जो सहायता मिलती है, उसका भुगतान चार किस्तों में किया जाता है। इसकी पहली किस्त 25 हजार रुपये घर के लिए मंजूरी मिल जाने के बाद मिल जाती है।दूसरी किश्त 40 हजार रुपये नीव डलने के बाद,तीसरी किश्त 40 हजार रुपये 80 फीसदी निर्माण होने पर और चौथी किस्त का भुगतान निर्माण पूरा करने के बाद मिलती है।

इनका कहना है- अखिलेश वर्मा पीएम आवास योजना ब्लॉक समन्वयक बहोरीबंद

योजना के प्रावधान के तहत जो शासन स्तर से राशि निर्धारत है वही राशि हितग्राहियों को मिलती है।उसी राशि मे ही निर्माण कार्य कराना है।हितग्राही आवास का निर्माण कार्य समयावधि पर करें इसके लिए लगातार निरीक्षण कर  हितग्राहियों को प्रेरित किया जा रहा है।

शेयर करें: