वन विभाग के अधिकारी पी रहे बिसलरी यहाँ प्यासे मर रहे जंगली जानवर
जबलपुर ;सिहोरा अनुविभाग अंतर्गत आने वाले शरदा के जंगल मे स्तिथ देव स्थान चौपड़ा के बगल में वन विभाग सिहोरा द्वारा ग्रीष्म ऋतु में जंगली जीव जंतुओं और जानवरों के लिए पानी की व्यवस्था की गई थी लेकिन यहाँ पर वन विभाग एक बूंद पानी नहीँ डाल रहा है जिसके चलते जंगली जानवरों को प्यासे मरने की नोबत आन पड़ी है देखा जाए तो खुद वन विभाग के आला अधिकारी तो अपने पीने के लिए बिसलरी की बॉटल से पानी पीते है लेकिन यहाँ पर जंगली जानवरों की पानी की व्यवस्था के नाम पर महज खानापूर्ति ही क्यों ?
वन विभाग के अधिकारी हुए बेरहम
वैसे देखा जाये तो गर्मी आते ही लोग पुण्य कमाने के लिए प्याऊ की व्यवस्था करते है आपने और हमने देखा होगा की लोग जगह -जगह लोगों की प्यास बुझाने और पुण्य कमाने प्याऊ लगाते है लेकिन यहाँ तो वह विभाग के अधिकारी इतने बेरहम हो गए की उन्होंने पूरी गर्मी पोखर में पानी ही नहीँ डाला जिसके चलते जंगल मे रहने वाले जंगली जानवरों के प्यासे मरने की नोबत आ गई है
वन विभाग के अधिकारियों को नहीँ पता कहां है पोखर
वहीं इस समस्या को लेकर जब एस डी ओ लोकप्रिय भारती से बात की गई तो वे बोले की मुझे नहीं पता की पोखर कहाँ पर बना है रेंजर से बात करता हूँ अब आप ही समझ सकते है किस कदर वन विभाग के अधिकारी इस गम्भीर समस्या को हल्के में ले रहे है सबसे बड़ा सवाल तो यह है की इन अधिकारियों को पता ही नहीं की पोखर कहाँ बना है जबकि इनके विभाग द्वारा पोखर बनाने से और उसमें पानी डालने से लेकर मेंटिनेश तक कागजों में उल्लेख्य है मतलब वन विभाग सिर्फ कागजों में ही जंगली जानवरों की प्यास बुझा रहे है हकीकत में नहीँ हकीकत बयां करती हमारी ये रिपोर्ट ने वन विभाग द्वारा जानवरो को पानी पिलाने की व्यवस्था की पोल खोल रही है अब देखना होगा की बिसलरी की बॉटल में पानी पीने वाले वन अधिकारी कब तक जंगली जानवरों की हकीकत में प्यास बुझाते है