राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान कल से कलेक्टर ने बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने की अपील की
निजी चिकित्सकों के लिए टी.बी. कार्यशाला आज
जबलपुर, जिले में राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान 7 अप्रैल से शुरू होगा । जबलपुर जिले में 0 से 5 वर्ष तक के कुल तीन लाख 85 हजार 854 बच्चों को दवा पिलाने का लक्ष्य रखा है । कलेक्टर श्रीमती छवि भारद्वाज ने अभिभावकों से बच्चों को पोलियो की दवा पिलवाने की अपील की है ।सभी आंगनबाड़ियों एवं प्रमुख चौराहों में पल्स पोलियो बूथ बनाये गये हैं । जहां 4 हजार 488 बूथ वैक्सीनेटर बच्चों को पोलियो की दवा पिलायेंगे । अभियान के प्रचार-प्रसार हेतु आज मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एम.एम. अग्रवाल द्वारा प्रचार रथ को रवाना किया गया । यह प्रचार रथ शहर के सभी बस्तियों में भ्रमण कर रविवार 7 अप्रैल को अभियान के प्रथम दिवस ही अपने सभी 0 से 5 वर्ष तक के सभी बच्चों को निकट के पोलियो बूथ में ले-जाकर पोलियो की दवा पिलाने अभिभावकों को प्रेरित करेगा । इस अवसर पर डीएचओ डॉ. एन.डी. पीपरे और जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. एस.एस. दाहिया उपस्थित रहे ।
कलेक्टर छवि भारद्वाज ने जिले के सभी जागरूक अभिभावकों से अपील की है कि अभियान के प्रथम दिवस ही 0 से 5 वर्ष तक के सभी बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने निकट के पल्स पोलियो बूथ में लेकर पहुंचें एवं अभियान में अपेक्षित सहयोग प्रदान करें ।
निजी चिकित्सकों के लिए टी.बी. कार्यशाला आज
राष्ट्रीय पुनरीक्षित क्षय नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत भारत सरकार द्वारा देश को 2025 तक क्षय मुक्त किये जाने का लक्ष्य रखा गया है । जिसके तहत पुनरीक्षित राष्ट्रीय क्षय नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत जबलपुर जिले के सभी क्षय रोगियों का निक्क्षय सॉफ्टवेयर पर पंजीयन किया जाना आवश्यक है । निजी चिकित्सकों और संस्थानों द्वारा टी.बी. के मरीजों का शत-प्रतिशत निक्क्षय सॉफ्टवेयर में पंजीयन सुनिश्चित कराने के लिए कलेक्टर श्रीमती छवि भारद्वाज की अध्यक्षता में 6 अप्रैल को शाम 5 बजे मानस भवन में निजी पंजीकृत चिकित्सकों की जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया है ।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि टी.बी. के मरीजों को नोटिफाई किये जाने पर संबंधित चिकित्सक को 500 रूपए प्रति नोटिफिकेशन एवं पंजीकृत मरीजों को सभी प्रकार की जांच एवं औषधियां नि:शुल्क उपलब्ध हो सकेंगी । साथ ही निक्क्षय पोषण योजना के अंतर्गत हितग्राही को इलाज के दौरान प्रतिमाह 500 रूपये प्रदाय किया जायेगा ।