बीजेपी के युवा नेता की हत्या का पुलिस ने खोला राज बियर पिलाने के बहाने बुलाकर कर दी थी हत्या
बियर पिलाने के बहाने बुलाकर कर दी थी हत्या
वहीँ घटना की जानकारी लगने पर पुलिस अधीक्षक जबलपुर अमित सिंह (भा.पु.से.) , अति. पुलिस अधीक्षक ग्रामीण डॉ. रायसिंह नरवरिया एवं अति. पुलिस अधीक्षक अपराध शिवेश सिंह बघेल, भी भेडाघाट पहुंचे एवं घटना स्थल का बारीके से निरीक्षण किया एवं पूछताछ करते हुये पुलिस अधीक्षक जबलपुर अमित सिंह (भा.पु.से.) , द्वारा आरोपी की पतासाजी के सम्बंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये तथा आरोपी की शीध्र गिरफ्तारी हेतु आदेशित किया गया।आदेश के परिपालन मे अति. पुलिस अधीक्षक ग्रामीण डॉ. रायसिंह नरवरिया एवं अति. पुलिस अधीक्षक अपराध शिवेश सिंह बघेल, तथा न.पु.अ. बरगी रवि चौहान के मार्ग निदेशन एवं थाना प्रभारी भेडाघाट शशि विश्वकर्मा के नेतृत्व में थाना स्टाफ तथा क्राईम ब्रांच एवं सायबर सेल की टीम गठित की गयी।परिस्थिति जन्य साक्ष्य एवं साईन्टीफिक इन्वेस्टिगेशन के आधार पर तीनों आरोपी पुरूषोत्तम रजक उर्फ भोला पिता चतुर्भुज रजक उम्र 25 वर्ष नि. खेरमाई मंदिर के पास वार्ड न.3 भेडाघाट ,वीरेन्द्र उर्फ बाबू भूमिया पिता हरछठ भूमिया उम्र 28 वर्ष नि. अंकित किराना स्टोर के पास वार्ड नं.7 भेडाघाट ,शिवा उर्फ शिब्बू भूमिया पिता राम सिंह भूमिया उम्र 22 वर्ष नि. टिकरा वार्ड नं.2 भेडाघाट को पकडा जाकर सघन पूछताछ की गयी ,पूछताछ करने पर पुरूषोत्तम उर्फ भोला रजक एवं वीरेन्द्र उर्फ बाबू भूमिया, शिवा उर्फ शिब्बू भूमिया ने स्वयं के उपर रूपयो का कर्ज होना बताते हुये कर्ज उतारने के लिए 15 दिन पहले एक प्लान बनाया था कि ऋषभ जैन को बियर पिलाकर उसे बेहोश कर उसको बजरी मे गाडकर उसके मोबाइल से ऋषभ जैन के परिवार को फोन लगाकर 2 लाख रूपयो की माँग करके अपना कर्ज उतार देंगे। योजना के मुताबिक पुरूषोत्त्म रजक ने बताया कि दिनाँक 13.06.19 की सुबह 10/30 बजे ऋषभ जैन दुकान खोलकर घर तरफ जा रहा था तभी उसके दिमाग मे बात आई कि आज इसको निपटाना है फिर शाम को 06/00 बजे भोला, बाबू के घर गया और उसको प्लान बताया, रात लगभग 9 बजे पुरूषोत्त्म उर्फ भोला अपनी मोटर सायकिल से बाबू और शिब्बू को स्वर्गद्वारी के पास ले गया, जहॉ बाबू और शिब्बू छिप गए, फिर पुरूषोत्त्म उर्फ भोला ने ऋषभ जैन को फोन करके बियर पीने के लिए स्वर्गद्वारी मे बुलाया, 5 मिनिट मे ऋषभ जैन स्वर्गद्वारी सीढी के पास पहुचा, भोला और ऋषभ जैन नीचे बैठकर बियर पीने लगे तभी भोला ने उपर की तरफ देखकर बाबू को इशारा किया तो बाबू ने ऋषभ जैन के सिर पर एक बडा पत्थर फेंक दिया पत्थर लगने से ऋषभ जैन के सिर के पीछे चोट लग गई खून निकलने लगा ऋषभ जैन चिल्लाने लगा तो भोला ने फिर से पत्थर उठाकर ऋषभ जैन के सिर पर पटक दिया जिस कारण मृतक ऋषभ जैन की मृत्यु हो गई तो तीनो घबरा गये, भोला ने बाबू को लाश ले जाने के लिये बोरा, जो कि मोटर सायकिल मे छिपाकर रखी थी लाने को बोला, कुछ ही देर मे बाबू बोरा लेकर पहुंचा तो तीनो ने मिलकर मृतक ऋषभ जैन को बोरा के अंदर भरकर घसीटकर बजरी मे ले गए, वही बिना बेंत के फावडे से नर्मदा नदी की बजरी में गड्ढा करके ऋषभ जैन के शव को गाड दिया तथा बोरा और फावडे को नदी मे फेंक दिया व ऋषभ जैन के पर्स को नदी के किनारे गाड दिया, ऋषभ जैन का मोबाइल पुरूषोत्तम उर्फ भोला ने अपने पास रख लिया, दूसरे दिन पुरूषोत्तम उर्फ भोला, ऋषभ जैन के परिवार से पैसो की बात करता लेकिन डर गया फिर शाम करीबन 04/30 बजे मृतक ऋषभ जैन की गाडी एवं ऋषभ जैन का शव पुलिस को मिल जाने के कारण भोला ने मोबाइल को नया पुल के नीचे कुंड मे फेंक दिया।उल्लेखनीय है कि घटना स्थल के निरीक्षण पर शुरू से ही लग रहा था कि ऋषभ जैन की हत्या किसी नजदीगी व्यक्ति के द्वारा की गयी है। पकडा गया आरोपी पुरूषोत्त्म उर्फ भेला रजक भेडाघाट स्थित शगुन होटल में कपडा धोने एवं प्रेस करने का काम करता था, तथा मृतक ऋषभ जैन से अच्छी जान पहचान थी, साथ में घूमना फिरना एवं खाना पीना था, बाबू उर्फ उर्फ वीरेन्द्र भूमिया भेडाघाट में अण्डे की दुकान लगाता था, कर्ज मे होने के कारण वर्तमान में दुकान बंद कर दिया था, वहीं शिवा उर्फ शिब्बू भूमिया मृतक ऋषभ जैन की मूर्ति की दुकान मे काम करता था।उपरोक्त तीनों आरोपियो को विधिवत गिरफ्तार मृतक के पर्स आदि की बरामदगी हेतु मान्नीय न्यायालय के समक्ष पेश कर पुलिस रिमाण्ड पर लिया जा रहा है।