दिव्यांग वोटर्स के मतदान में शत-प्रतिशत सहभागिता सुनिश्चित करने स्वैच्छिक संस्थाओं का सहयोग भी जरूरी-कलेक्टर
जबलपुर, लोकसभा चुनाव में दिव्यांग मतदाताओं की शत-प्रतिशत सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कलेक्टर श्रीमती छवि भारद्वाज ने नि:शक्तजन कल्याण एवं समाजसेवा के क्षेत्र में काम कर रहे सभी स्वैच्छिक संगठनों से सक्रिय सहयोग प्रदान करने का आग्रह किया है ।आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में नि:शक्तजन कल्याण एवं समाज सेवा के क्षेत्र में काम कर रही संस्थाओं के पदाधिकारियों की कार्यशाला को संबोधित करते हुए श्रीमती भारद्वाज ने कहा कि अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने के प्रति दिव्यांग वोटर्स में स्वीप की गतिविधियों के तहत जागरूकता पैदा करने चलाई जा रही मुहिम में भी स्वैच्छिक संस्थाओं को महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी । उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार ज्यादा से ज्यादा दिव्यांग मतदाता मतदान करें इसके लिए मिलजुलकर काम करने की आवश्यकता है । श्रीमती भारद्वाज ने दिव्यांग मतदाताओं को विधानसभा चुनाव में मतदान के लिए प्रेरित करने में स्वैच्छिक संगठनों द्वारा निभायी गई भूमिका की सराहना करते हुए लोकसभा चुनाव में भी इसी तरह के सहयोग की अपेक्षा उनसे की । उन्होंने कहा कि स्वैच्छिक संस्थायें यदि अलग-अलग क्षेत्रों की जिम्मेदारी लेकर दिव्यांग मतदाताओं को मतदान के लिए प्रेरित करने का कार्य करेंगी तो शत-प्रतिशत दिव्यांगों की मतदान में हिस्सेदारी के लक्ष्य को पा सकना कठिन नहीं होगा श्रीमती भारद्वाज ने दिव्यांग मतदाताओं को मतदान में सहायता के लिए मतदान केन्द्रों पर उपलब्ध कराई जाने वाली सुविधाओं की जानकारी दी । उन्होंने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग ने दिव्यांग वोटर्स की मतदान में ज्यादा से ज्यादा सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक मतदान केन्द्र पर व्हीलचेयर उपलब्ध कराने के साथ ही साथ दिव्यांगों को घर से मतदान केन्द्र तक लाने के लिए वाहन की सुविधा उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिये हैं । आयोग ने दिव्यांग मतदाताओं को बिना लाईन में लगे मतदान करने की अनुमति भी दी है । दिव्यांग मतदाता व्हीलचेयर या ट्रायसिकल से सीधे वोटिंग कम्पार्टमेंट तक जा सकेंगे ।श्रीमती भारद्वाज ने कार्यशाला में बताया कि दिव्यांग वोटर्स को मतदान केन्द्रों पर व्हीलचेयर और वाहन की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए जिला निर्वाचन कार्यालय के संपर्क केन्द्र के टोल फ्री नंबर 1950 पर रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया जारी है । दिव्यांग मतदाता या उनके सहयोगी इस टोल फ्री नंबर पर सुविधानुसार समय का चयन कर वाहन की बुकिंग करा सकेंगे । उन्होंने बताया कि दिव्यांग मतदाताओं को मतदान में सहायता के लिए प्रत्येक मतदान केन्द्र पर दिव्यांग मित्रों को भी नियुक्त किया जा रहा है । वहीं नेत्रहीन मतदाता वोट डालने में अपनी सहायता के लिए अपने परिवार के सदस्य को सहायक नियुक्त कर सकेंगे ।कलेक्टर ने कहा कि यदि स्वैच्छिक संस्थायें अपने स्वयंसेवियों या सदस्यों को दिव्यांगों की मतदान में सहायता के लिए दिव्यांग मित्र बनाना चाहते हैं तो उन्हें नाम, पता एवं फोटो सहित सूची सामाजिक न्याय विभाग को तीन-चार दिनों में उपलब्ध करानी होगी । उन्होंने बताया कि दिव्यांग मित्र के रूप में मतदान केन्द्रों पर तैनात किये जाने वाले स्वयंसेवियों को जिला निर्वाचन कार्यालय द्वारा मतदान के कम से कम चार दिन पहले परिचय पत्र उपलब्ध कराये जायेंगे । श्रीमती भारद्वाज ने दिव्यांग मतदाताओं को मतदान केन्द्र तक लाने ले-जाने के लिए वाहन की सुविधा उपलब्ध कराने की इच्छुक स्वैच्छिक एवं सामाजिक संस्थाओं से हेल्पलाइन नंबर 1950 पर अपना रजिस्ट्रेशन कराने का आव्हान किया । इसी के साथ ऐसी संस्थायें जो दिव्यांग मतदाताओं को मतदान केन्द्र पर व्हीचेयर उपलब्ध कराना चाहती हैं उनसे संयुक्त संचालक सामाजिक न्याय से संपर्क कर इसकी जानकारी शीघ्र देने का आग्रह कलेक्टर ने किया । कार्यशाला में बताया गया कि दिव्यांग मतदाता मतदान के लिए वाहन एवं व्हीलचेयर की बुकिंग भारत निर्वाचन आयोग के पीडब्ल्यूडी एप पर भी करा सकेंगे ।
सुगम बूथों के मतदान कर्मियों को किया सम्मानित:-
जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कलेक्टर ने कार्यशाला के समापन पर विधानसभा चुनाव में सुगम मतदान केन्द्रों पर तैनात किये गये दिव्यांग कर्मियों को प्रशस्ति पत्र भेंटकर सम्मानित भी किया । इन दिव्यांग कर्मियों ने विधानसभा चुनाव में मतदान कराने की जिम्मेदारी देने और उनपर भ्रोसा करने के लिए कलेक्टर के प्रति आभार व्यक्त किया । दिव्यांग मतदान कर्मियों ने श्रीमती भारद्वाज को आश्वस्त किया कि लोकसभा चुनाव के लिए भी वे सुगम बूथों पर मतदान कराने का दायित्व संभालने के लिए पूरी तरह तैयार हैं ।कार्यशाला में जिला पंचायत की सीईओ रजनी सिंह, प्रभारी संयुक्त संचालक सामाजिक न्याय आशीष दीक्षित एवं नोडल अधिकारी नि:शक्तजन डॉ. रामनरेश पटेल भी मौजूद थे ।